मजबूत बुनियाद पर ही निर्भर है साधना की परिपक्वता :- ब्रह्मचारी गौतमानंद

मजबूत बुनियाद पर ही निर्भर है साधना की परिपक्वता :- ब्रह्मचारी गौतमानंद

मजबूत बुनियाद पर ही निर्भर है साधना की परिपक्वता :- ब्रह्मचारी गौतमानंद

P9bihar news 

सत्येन्द्र कुमार शर्मा

सारण:- सीवान जिला के दुरौंधा में 'क्रिया योग' साधना शिविर आयोजित किया गया।योगदा सत्संग सोसायटी आफ इंडिया द्वारा आयोजित दो दिवसीय साधना शिविर को दरौधा में संबोधित करते हुए ब्रह्मचारी गौतमानंद जी ने कहा कि साधना की परिपक्वता के लिए बुनियाद मजबूत बनाना होगा। मजबूत बुनियाद के लिए साधक को लगातार ध्यान,प्रेम,क्रिया विधि,सिमरण (स्मरण), भक्ति तथा जागरुकता का अभ्यास करना पड़ेगा।

सिमरण पर विशेष जोर देते हुए स्वामी जी ने कहा कि यदि हम हर काम को ईश्वर को याद करते हुए करें तो कोई ग़लत काम हो ही नहीं सकता और आनंद के साथ काम के सफलता की गारंटी को कोई रोक नहीं सकता।तब काम बोझ नहीं बल्कि आनंद में तब्दील हो जाएगा।उन्होंने कहा कि योगदा सत्संग की विधियों को बिना मिलावट के अनवरत अभ्यास किए जाने की जरुरत है।

तब देखेंगे कि ईश्वर और गुरु के सानिध्य की बरसात होने लगेगी।आपकी अपेक्षा के कई गुणा ज्यादा आपको वापस करने के लिए गुरु और ईश्वर हमेशा तत्पर हैं।जरुरी है योगदा सत्संग की विधियों का हू-ब-हू पालन करना।उन्होंने क्रिया और ध्यान विधियों में किसी प्रकार की मिलावट से सचेत करते हुए कहा कि ऐसे लोग कई जन्मों तक भटकते रहते हैं। पुनर्जन्म का खेल चलता रहता है।मुक्ति नहीं मिलती है।

इसके पूर्व ब्रह्मचारी चिन्मयानंद ने सभी साधकों को क्रिया योग की बारीकियों से परिचित कराया। पुराने साधकों से क्रिया तकनीक का पुनरावलोकन भी कराया गया। शक्ति संचार,हंस: प्रविधि,महामुद्रा तथा ज्योति प्रकाश विधि का भी पुनरावलोकन कराया गया। कार्यक्रम के अंत में उपरोक्त पधारें दोनों ब्रह्मचारी गणों ने समापन समारोह में गुरुदेव और उपस्थित साधकों के प्रति आभार जताया।