डोमिसाइल नीति हटाने को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन
डोमिसाइल नीति हटाने को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन
P9bihar news
प्रमोद कुमार
मोतिहारी। अभाविप ने डोमिसाइल नीति हटाने एवं अभ्यर्थियों को गुमराह करने के विरुद्ध मोतिहारी के चाॅदमारी चौक पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया।सोनू सिंह एवं विभाग सह संयोजक ऋषभ सिंह ने बताया की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है, जो पिछले 75 वर्षों से छात्रों की समस्याओं के साथ-साथ राष्ट्र पुनर्निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रही है।
जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में सम्पूर्ण क्रांति में भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अग्रणी भूमिका निभायी थी जिसके बारे में आप भली भाँति परिचित दोंगे। बिद्वार एक युवा प्रधान राज्य है जहां उद्योग एवं कल कारखाने का घोर अभाव है, ऐसे में राज्य के युवाओं के पास रोज़गार के दृष्टिकोण से सरकारी नौकरी दी एकमात्र उपाय बचता है।
सरकारी नौकरी भी कई-कई सालों तक नहीं निकलती एवं अगर निकलती भी है तो कई जगह प्रश्न-पत्र लीक और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती हैं। ऐसे में पिछले माह घोषित 1.70 लाख स्कूली शिक्षकों की बहाली की घोषणा से युवाओं में एक नई उम्मीद जगी। लेकिन पिछले कुछ महीने के घटनाक्रम और सरकार के प्रतिनिधियों के बयानों को देखने से यह स्पष्ट होता जा रहा है कि यह घोषित नियुक्ति बिहार के युवाओं के खिलाफ षड्यंत्र है एवं जान बूझकर नियुक्ति को लटकाने का प्रयास है
वही अभाविप के पूर्व जिला प्रमुख प्रिया रंजन चौबे ने कहा की शिक्षक बहाली प्रक्रिया के बीच में डोमिसाइल नीति को बदलना तकनीकी रूप से गैरकानूनी है। इससे बिहार के बच्चों के लिए अवसर की कमी हो जाएगी। जहां सभी राज्य अपने राज्यों में केवल अपने बच्चों को ही प्राथमिकता देने के लिये डोमिसाइल नीति को लागू करते हैं
तो वहीं सभी गैर हिन्दी राज्य अपने स्थानीय भाषा का ज्ञान भी आवश्यक कर देते है।वही छात्र- संघ प्रतिनिधि- उजाला कुमार ने कहा दो जुलाई को पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर पुलिस के द्वारा किया गया बलप्रयोग शर्मनाक है। इसके लिए छात्रों से बिहार सरकार को माफी मांगनी चाहिए एवं एक उच्चस्तरीय जाँच कराकर दोषियों को कड़ी सजा देनी चाहिए।
शिक्षक बहाली की नियमावली और सिलेबस में जिस प्रकार परिवर्तन हो रहे हैं उससे शिक्षक अभ्यर्थी परेशान हैं और कंफ्यूजड हैं अभी तक आठ बार विज्ञापन में संशोधन किया जा चुका है, जिस प्रकार शिक्षक बहाली निकाली गई है और लगातार जिस प्रकार उसमें संशोधन किए जा रहे हैं इससे यह सिद्ध हो रहा है कि बिना तैयारी के यह बहाली निकाल दी गई है
वही अभाविप एम एस कॉलेज अध्यक्ष शशी कुमार सिंह और छात्र नेता प्रियांशु सिंह ने बताया की बिहार में नहीं हैं मेधा की कमी शिक्षक बहाली के लिए ऑल इंडिया लेवल पर वैकेंसी खोले जाने का जो शिक्षा मंत्री ने तर्क दे रखे हैं वह बहुत ही शर्मनाक है। बिहार में मेथा की कोई कमी नहीं हैं और साइंस स्ट्रीम में अभ्यर्थियों की भी कोई कमी नहीं है.
शिक्षा मंत्री गणित के लिए अभ्यर्थियों की कमी की बात करते हैं जबकि पूरे देश और दुनिया में गणित के क्षेत्र में बिहारी छात्रों का जलवा रहता है।मौके पर प्रशांत शिरॉफ (प्र०का० सदस्य),मंगल सिंह (वि० विद्यालय अध्यक्ष),
शैलेश कु० सिंह,पवन कुमार सिंह,आयुष पाठक ( नगर सदस्य),राजन कु० यादव (एसडीएफ),विशाल ओझा,अंकित तिवारी,अभिनव पांडे,सोनालाल सहनी,कुणाल सिंह,रौशन राज गुप्ता,अंकित कुमार, ओमप्रकाश कुमार, विद्यानंद कुमार गुप्ता ईत्यादि सैकेंड़ो उपस्थित थे।