जनसंख्या नियंत्रण का विश्व जनसंख्या दिवस पर जागरूकता रैली द्वारा संदेश
जनसंख्या नियंत्रण का विश्व जनसंख्या दिवस पर जागरूकता रैली द्वारा संदेश
P9bihar news
सत्येन्द्र कुमार शर्मा, सारण :-- विश्व जनसंख्या दिवस पर जागरूकता रैली निकाल जनसंख्या नियंत्रण का संदेश दिया गया।परिवार की खुशहाली तभी संभव है जब परिवार सीमित होगा। 11 जुलाई से 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पाखवाड़ा चलाया जाएगा।दो बच्चों के जन्म में कम से कम तीन वर्ष का अंतर जरूरी है।
विश्व जनसंख्या दिवस हर वर्ष 11 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का प्रमुख उद्देश्य है प्रजनन स्वास्थ्य, परिवार नियोजन और सतत विकास को लेकर आम लोगों तक सही जानकारी पहुंचाते हुए लोगों को जागरूक करना। इसी कड़ी में मंगलवार को विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर एएनएम स्कूल की छात्राओं और स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।
रैली के माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन के फायदे के बारे में जानकारी दी गयी। इसके साथ हीं सभी स्वास्थ्य केंद्रों में परिवार नियोजन मेला भी लगाया गया। जिसमें अस्थायी साधनों का नि:शुल्क वितरण किया गया तथा परिवार नियोजन पर परामर्श दिया गया। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. एसडी सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया।
इस मौके पर उन्होने कहा कि परिवार की खुशहाली, शिक्षा, स्वास्थ्य और तरक्की तभी संभव है, जब परिवार सीमित होगा। विकास के उपलब्ध संसाधनों का समुचित वितरण और बढ़ती जनसंख्या दर के बीच संतुलन कायम करने के उद्देश्य से आज जनसंख्या स्थिरीकरण की सबसे अधिक जरूरत है।
पीएसआई इंडिया के कार्यक्रम प्रबंधक शिशिर कुमार ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य जनसंख्या से संबंधित मुद्दों के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि विश्व जनसंख्या दिवस वैश्विक जनसंख्या से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों -प्रजनन स्वास्थ्य
परिवार नियोजन, लिंग असमानता, गरीबी जैसी विभिन्न चुनौतियों के बारे में लोगों को जागरूक करना है। इसी उद्देश्य से 11जुलाई से 31 जुलाई के पखवाड़े के मध्य विशेष रूप से परिवार नियोजन कैंप का आयोजन भी किया गया है।
दो बच्चों के जन्म में कम से कम तीन वर्ष का अंतर जरूरी:
सदर अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप यादव ने बताया कि परिवार को सीमित रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास बास्केट आफ च्वाइस का विकल्प मौजूद है। जिसमें स्थायी और अस्थायी साधनों को शामिल किया गया है। जिसके माध्यम से अपनी मंशानुसार परिवार नियोजन के साधन चुन कर योजना बना सकते हैं। दो बच्चों के जन्म में कम से कम तीन वर्ष का अंतर रखकर मां बच्चे दोनों को स्वस्थ रखा जा सकता है।
मौके पर डॉ० एस.डी.सिंह उपाधीक्षक सदर अस्पताल, बृजेश कुमार डीसीएम, राजेश्वर प्रसाद स्वास्थ्य प्रबंधक, शिशिर कुमार कार्यक्रम प्रबंधक पी०एस०आई० इंडिया, बनानी मिश्रा कार्यक्रम अधिकारी जपाइगो समेत अन्य मौजूद रहे।