आस्था विश्वास का सूर्य का महाव्रत छठ का "खरना" संपन्न
सत्येन्द्र कुमार शर्मा,
आश्था विश्वास के सूर्य उपासना का चार दिवसीय छठ पर्व के दूसरे दिन व्रतियों का अनुष्ठान "खरना" विधीवत अस्ताचलगामी सूर्य के प्रथम अर्घ्य समर्पण के पश्चात खीर रोटी पान करने के साथ संपन्न हुआ।
खरना के मौके पर व्रती द्वारा रसोईघर मेंं आम के लकड़ी से खीर गाय के दूध और मिठा से प्रसाद बनाया जाता है।सर्वे प्रथम वर्तधारी द्वारा अपने प्रसाद ग्रहण के पहले अग्रासन गाय सहित अन्य जीवों को ग्रहण करने के लिए निकाल दिया जाता है। प्रसाद बनाने मेंं घर की अन्य महिला भी शुद्धता के साथ बनाया जाता है।व्रती के प्रसाद ग्रहण करने के परिवार के सदस्य पास पड़ोस के लोग प्रसाद ग्रहण करते हैं।
विधि विधान अनुष्ठान के तहत दिनभर उपवास रहने के बाद अस्ताचल गामी भगवान भास्कर को जलार्पण किया जाता है।
और इस के साथ पर्व का खरना अनुष्ठान संपन्न किया गया।सूर्य उपासना का महापर्व चैती छठ का दूसरा दिन हैं।तीसरे दिन भी अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है जबकि चौथे दिन उदयाचल सूर्य को जलार्पण करने की परंपरा है।