अभियान की सफलता हेतु विभागीय अधिकारी समन्वय स्थापित करें:- डीएम

अभियान की सफलता हेतु विभागीय अधिकारी समन्वय स्थापित करें:- डीएम

अभियान की सफलता हेतु विभागीय अधिकारी समन्वय स्थापित करें:- डीएम

P9bihar news 


सत्येन्द्र कुमार शर्मा

सारण:- आईडीए अभियान को सफल बनाने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित करें।जिलाधिकारी अमन समीर ने सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के तहत डीसीसी बैठक की अध्यक्षता किया।

जिलाधिकारी:- आईडीए की सफलता में आपसी समन्वय स्थापित बेहद जरूरी है।

फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर जिला मुख्यालय स्थित शहरी क्षेत्र सहित अन्य सभी प्रखंडों में आगामी 10 फरवरी से शुरू होने वाले सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) की सफलता के लिए सभी विभाग आपस में समन्वय स्थापित करें। उक्त बातें सोमवार को आईडीए कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सारण जिला मुख्यालय स्थित सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी अमन समीर ने कही।


इस अवसर पर जिलाधिकारी अमन समीर, नगर निगम छपरा के आयुक्त सुमित कुमार, सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह, डीआईओ डॉ. चंदेश्वर सिंह, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. आर एन तिवारी,जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविंद कुमार, डीवीबीडीसी सुधीर कुमार, डीएमएंडई ब्रजेश कुमार, वीडीसीओ अनुज कुमार,

फाइलेरिया इंस्पेक्टर मुस्तफा अंसारी, पीरामल स्वास्थ्य के आर एम हरिशंकर कुमार, सिफार के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी, पीसीआई के सौरिष बनर्जी सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे। जबकि जिले के सभी एसडीओ, बीडीओ, एमओआईसी, बीएचएम और बीसीएम अपने- अपने संबंधित कार्यालयों में वर्चुअल के माध्यम से आईडीए की शत प्रतिशत सफ़लता के लिए जिला समन्वय समिति (डीसीसी) की बैठक में जुड़े हुए थे।

आईडीए की सफलता में आपसी समन्वय स्थापित बेहद जरूरी: जिलाधिकारी

जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि सर्वजन दवा सेवन की शत प्रतिशत सफ़लता में जिले के सभी नागरिकों को आईडीए के तहत दवा खिलाना सुनिश्चित होना चाहिए। इसके लिए शहरी क्षेत्र सहित जिले के सभी प्रखंडों में आगामी 10 फरवरी से शुरू होने वाले आईडीए कार्यक्रम में आपसी समन्वय स्थापित कर अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता

या स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने सामने आईवरमेक्टिन, डीईसी एवं अल्बेंडोजोल की गोली लाभुकों को खिलाना सुनिश्चित करेंगे। हालांकि जिला एवं प्रखंड स्तर पर बनाए गए माइक्रो प्लान के अनुसार ही दवा खिलाना होगा। जिसमें पहले तीन दिन बूथ स्तर पर और 14 दिन गृह भ्रमण कर दवा खिलाया जाएगा। 

डीएम:- स्कूल और कॉलेजों में प्रार्थना सभा के दौरान आईडीए को लेकर बच्चों को जागरूक किया जाए।

आईडीए अभियान की शत -प्रतिशत सफ़लता के लिए स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग एवं शिक्षा विभाग के अलावा अन्य सहयोगी संस्थाओं की अहम भूमिका होती है। इसके लिए सभी लोग अपने अपने स्तर से जन जागरूकता अभियान चलाकर सामुदायिक स्तर पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रको का आयोजन करना सुनिश्चित करेंगे।

साथ ही जिले के सभी स्कूल और कॉलेजों में प्रार्थना सभा के दौरान इस संबंध में बच्चों को जागरूक करेंगे। जिले में जीविका समूह द्वारा गठित स्वयं सहायता समूह से जुड़ी जीविका दीदियों के माध्यम से जागरूकता अभियान के साथ ही अभियान के दौरान फाइलेरिया दवा के बारे में लोगों को अवगत कराएंगी। 

आशा कार्यकर्ता गृह भ्रमण कर अपने सामने फाइलेरिया की दवा खिलाएंगी: सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ.सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि फाइलेरिया पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिले में 10 फरवरी से सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) कार्यक्रम चलाया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए आशा कार्यकर्ता या स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों द्वारा गृह भ्रमण कर 2 साल से अधिक

उम्र के लोगों को अपने सामने फाइलेरिया की दवा खिलाएंगी। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में जन वितरण प्रणाली के तहत लोगों के बीच राशन वितरित करने वाले डीलर भी अपने सामने लोगों को फाइलेरिया की दवा खाने के लिए प्रेरित करेंगे।


आईडीए के दौरान खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना होगा: डॉ. दिलीप सिंह 

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर रोग है जिससे फाइलेरिया की दवा सेवन करने के बाद ही बचा जा सकता है। कभी- कभी ऐसा भी होता है कि फाइलेरिया के परजीवी शरीर में होने के बावजूद भी इसके लक्ष्ण सामने आने में वर्षों लग जाता है।

इसलिए फाइलेरिया की दवा का सेवन सभी लोगों के लिए लाभप्रद है। लेकिन आप लोगों को कभी भी खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है।  लेकिन सबसे अहम बात यह है कि 2 साल से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रोग से ग्रसित एवं गर्भवती महिला को फाइलेरिया की दवा नहीं खिलाई जाएगी।