उदीयमान सूर्य के अरग के बाद बतासा लूटाने एवं लूटने के साथ छठ पूजा संपन्न

उदीयमान सूर्य के अरग के बाद बतासा लूटाने एवं लूटने के साथ छठ पूजा संपन्न

उदीयमान सूर्य के अरग के बाद बतासा लूटाने एवं लूटने के साथ छठ पूजा संपन्न

P9bihar news 

सत्येन्द्र कुमार शर्मा,
प्रधान संपदक।
आश्था विश्वास का महापर्व "छठ" आज उदीयमान सूर्य को अरग देने और चार दिवसीय अनुष्ठान के समापन होने के मौके पर मनौती पूर्ण होने के उपलक्ष मेंं संबंधित व्रती द्वारा खुशी में बतासा लूटाने एवं उक्त स्थल पर अन्य व्रतियों के साथ उपस्थित लोगों द्वारा प्रसाद स्वरूप बतासा लूटने के साथ संपन्न हो गया।


कल अस्ताचलगामी सूर्य उपासना छठ महाव्रत का दूसरे अरग पर व्रती एवं परिजनों का जन सैलाब घाटों पर स्थापित प्रतिमा स्थलों पर भक्ति भाव से पूजा अर्चना किये ठीक उसी प्रकार आज कुछ जगहों पर अहले सुबह से जमें हुए थे तो कुछ लोग रातभर जमें रहे।अस्ताचलगामी सूर्य का प्रथम अर्घ्य "अरग" के पश्चात प्रसाद बनाकर भोग लगाने के साथ चार दिवसीय छठ अनुष्ठान का खरना संपन्न हुआ। कार्तिक शुक्ल पक्ष के पंचमी को भक्त दिनभर उपवास रहकर शाम को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य निवेदित कर खरना का भोजन ग्रहण किये।


उसके बाद व्रती द्वारा 36 घंटे का उपवास का व्रत रखा गया।इस दौरान कल शाम में अस्ताचलगामी सूर्य को अरग दिया गया। अरग नदी, तालाब, सरोवर, जलाशय के घाटों पर परंपरागत रूप में समूह में कई व्रत धारी द्वारा एक साथ दिया गया।व्रती एवं परिजनों द्वारा छठ का विशेष प्रसाद "ठेकुआ" बनाया गया।छठ के इस प्रसाद का प्रचलन प्रायः सर्वत्र देखने को मिलता है।अस्ताचलगामी सूर्य व छठी मईया को ठेकुआ के साथ मिस्ठान,बतासा, फल वगेरह के साथ अरग दिया जाता है।


व्रती के अरग देने का विशेष पात्र कलशुप में नारियल, ठेकुआ, ईख, फल, आदि के साथ दोनों शाम अरग दिया गया।व्रती द्वारा अपने बच्चों को प्रसाद स्वरूप ठेकुआ दिया गया और बच्चा ठेकुआ पा कर खुशी में बच्चा ठेकुआ खाना भी शुरू कर दिया।